चलिए शुरुआत करें: **भूमिका: सनातन धर्म की कथा ग्रंथों का महासागर – पुराण** सनातन धर्म को दुनिया का सबसे प्राचीन धर्म माना जाता है, जिसमें वेद, उपनिषद, महाकाव्य, और पुराण जैसे अद्भुत ग्रंथों का खजाना है। वेदों को "ज्ञान" माना गया है तो पुराणों को "अनुभव"। ये केवल धार्मिक ग्रंथ नहीं, बल्कि इतिहास, विज्ञान, ज्योतिष, आयुर्वेद, नीति और जीवन जीने की कला भी सिखाते हैं। लेकिन प्रश्न उठता है — **कुल कितने पुराण हैं? कौन-कौन से हैं? और उनका महत्व क्या है?** --- ### पुराण क्या हैं? (What are Puranas?) **"पुरा अपि नवं यः सः पुराणम्"** — जो ग्रंथ प्राचीन होते हुए भी आज भी नवीन ज्ञान दें, वही पुराण हैं। पुराणों का शाब्दिक अर्थ है — "प्राचीन कथा"। यह ग्रंथ वेदों की व्याख्या, धार्मिक परंपराएं, देवी-देवताओं की कथाएं, सृष्टि की रचना, और धर्म की शिक्षा देते हैं। --- ### सनातन धर्म में **कुल 18 महापुराण** होते हैं ये 18 पुराण तीन प्रमुख देवताओं — ब्रह्मा, विष्णु और महेश (शिव) — के आधार पर बाँटे गए हैं। #### **त्रिदेवों पर आधारित वर्गीकरण:** - **सात (7...
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